लेखनी प्रतियोगिता -18-May-2023
उदारता
जीवन में है चलती उदारता,
जीवन की है सौम्यता।
जीवन का है यह मनन,
जीवन के संग है चलन।
अपनी राह में हो चंचल,
जीवन में बस आगे चल।
जीवन में मंजिल है प्यार,
जब साथ है वात्सल्य और दुलार।
अपना धर्म है मानवता,
जीवन में हो समानता।
बस सम्मान कर जीवन में,
बस जीवन के बदलाव में।
द्वेष न हो मन में,
क्रोध न हो जीवन में।
जीवन में उदारता है श्रेष्ठ,
बस जीवन में यही सर्वश्रेष्ठ।
-भूमिका शर्मा
Abhinav ji
19-May-2023 09:25 AM
Very nice 👍
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shahil khan
19-May-2023 09:11 AM
Nice
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